नमस्कार दोस्तों, आज के इस जबरदस्त आर्टिकल में आप जानने वाले हो Brahma Kumari Suvichar In Hindi जो आपको बहुत ज्यादा पसंद आएंगे। यह सुविचार आपका पूरा दिन अच्छा बना देंगे। और आप इन सभी सुविचार को आपने परिजनों को भेज भी सकते है। तो चलिए शुरू करते है ब्रह्माकुमारी सुविचार हिंदी।
Brahma Kumari Suvichar In Hindi 2022

दूसरों की परेशानी में आनंद ना लें,
कहीं भगवान् आपको वह गिफ्ट ना कर दें..!
क्योंकि भगवान् आपको वही देता है
जिसमे आपको अनादं मिलता है.!!!
अगर आप किसी की हेल्प कर रहे हैं
और बदले में कुछ वापस चाह रहे हैं
तो आप बिजनेस कर रहे हैं
काइंडनेस नहीं।
एक छोटी सी लड़ाई से हम अपना
प्यार ख़त्म कर लेते हैं..!
इससे तो अच्छा है कि हम प्यार
से अपनी लडाई ख़त्म कर लें..!!!
Brahma Kumari Suvichar In Hindi

विज्ञान और आध्यात्मिकता जुड़े हुए हैं।
दोनों एक ही चीज कहते हैं- विश्वास मत करो,
अनुभव करो।
हर कोई कहता है की गलती करना सफलता की ओर
पहला कदम है लेकिन सच्चाई यह की उस गलती को
सुधार कर आगे बढ़ना सफलता की एक शुरुआत है.
ज्ञान दो तरह का है। हम वषय के बारे में खुद जानते हैं,
या हम ये जानते हैं कि हम इसके बारे में कहाँ से
जानकारी जुटा सकते हैं।
Brahma Kumari Suvichar In Hindi

अगर कोई इंसान आपको गुस्सा दिलाने
में सफल होता है तो इसका अर्थ है की
आप उस व्यक्ति के हाथों की कठपुतली है.
अच्छे रिश्ते वह है जिसमे कल के झगडे
आज की बातचीत को नहो रोकते.
लोग आपको हर्ट करते है,
भगवान आपको हील करेंगे,
लोग आपको जज करते है,
भगवान आपको जस्टिफाइ करेंगे|
Brahma Kumari Suvichar In Hindi 2022

दुनिया में हम जो दूसरों को देते हैं
वही हमारे पास लौटकर आता हैं,
आप दूसरों को दुवायें देंगे तो वो
किसी न किसी रूप से आपके
पास लौटकर जरुर आयेंगी।
खुश रहने का मतलब ये नहीं सब कुछ ठीक हैं
इसका मतलब यह हैं की आपने अपने
दुखो उठकर जिना सिख लिया हैं।
ज्यादा बोझ लेकर चलने वाले
हमेशा डूब जाते है हैं,
फिर बोझ चाहे सामान का हो
या अभिमान का हो।
Brahma Kumari Suvichar In Hindi

अगर हम सुनेंगे तो
सुनानेवाले बहुत है|
हमेशा याद रखो की अगर कोई आपके साथ बुरा करे तो
इसका मतलब ये नहीं की आप भी उसके साथ बुरा करो
अगर आप दुसरो की गलती होते हुये भी माफ़ कर देते हैं
तो वास्तव आप उससे बड़े हैं।
खुश रहने के लिये हमें किसी वजह की जरुरत नहीं
होनी चाहिये क्योकी हमसे हमरी खुशी की वजह
किसी भी वक्त छीन ली जा सकती हैं।
Brahma Kumari Suvichar In Hindi

क्रोध को क्रोध से काबू नहीं किया जा सकता है।
यदि कोई आपसे क्रोध दिखाता है और आप भी
बदले में उसे क्रोध दिखाते हैं तो
इसका परिणाम विपत्ति होता है।
‘इगो’ खुद की एक गलत इमेज के साथ अटैचमेंट है।
मेरा शरीर, मरा नाम, मेरा परिवार, मेरी डिग्री हर वो
कुछ जो मेरा है। हम इसे “मैं” कहते हैं, और
हम रियल “मैं” को भूल चुके हैं।
एक जादुई गुण है जो हम सब के अन्दर है,
वो हमारी उर्जा बदल देता है और
हामरे प्रति दूसरों की धारणा बदल देता है।
उसे ईमानदारी कहते हैं।
Brahma Kumari Suvichar In Hindi

हम सभी पर्वत के शिखर पर जीना चाहते हैं,
लेकिन सारी खुशियाँ तब घटित होती हैं
जब हम पहाड़ चढ़ रहे होते हैं।
हज़ारों सम्बन्ध रखना कोई चमत्कार नहीं है।
चमत्कार ये है कि आप एक ऐसा सम्बन्ध रखें जो
तब भी आपके साथ खड़ा रहे जब हज़ारों
आपके खिलाफ हों।
किसी के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर देना
इतना मुश्किल नहीं है…
लेकिन उस इंसान को खोज पाना मुश्किल है
जो आपके कुर्बानी का सम्मान करे।
Brahma Kumari Suvichar In Hindi

जो लोग सिर्फ आपको जरूरत के समय
याद करते है उनके लिए काम जरुर आना चाहिए
क्यूकी अँधेरे के समय ही रौशनी खोजी जाती है
और वह रौशनी आप हो
हम नेगेटिव बातों से जितना दूर रहेंगे,
उतना ही खुशी के नजदीक रहेंगे।
पाप करना नहीं पड़ता है, हो जाता है
और पुण्य होता नहीं, करना पड़ता है।
Brahma Kumari Suvichar In Hindi

एक अच्छे इन्सान की यही पहचान है
कि वह किसी में बुराई की तुलना में
अच्छाई को ज्यादा देखता है।
आप इतने खुश रहें कि जब आपको
कोई देखें तो वह भी खुश जाएं।
आपकी मुस्कान आपके चेहरे पर
भगवान के हस्ताक्षर है।
इसे आंसुओं से धुलने या
क्रोध से नष्ट ना होने दें।
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
बुराई कितनी भी बड़ी क्यू न हो जाए,
अच्छाई के सामने हमेशा छोटी ही रहती है।
क्रोध और गुस्सा इन्सान को तभी आता है,
जब वह अपने को कमजोर और
हारा हुआ मान लेता है।
छोटी सी लड़ाई से हम अपना प्यार खत्म कर लेते है।
इससे अच्छा है कि प्यार से हम अपनी लड़ाई ही खत्म कर लें।
ब्रह्माकुमारी सुविचार
आपके अलावा आपकी खुशियों
का कोई इंचार्ज नहीं है।
आज के समय में ज्यादातर लोग सिर्फ इसलिए दुखी
और असफल है कि वे अपनी अकल के उपयोग
की बजाय दूसरों की नकल ज्यादा करते हैं।
अमीर बनने के सिर्फ दो ही तरीके है।
आप जो भी चाहते है,
उसे पाने की कोशिश मिल गया है,
उसमें खुश रहने का प्रयास करें।
ब्रह्माकुमारी सुविचार
अगर आप किसी की खुशियां लिखने
वाले पेंसिल नहीं बन सकते है,
तो कम से कम एक अच्छा सा इरेजर
तो बन ही सकते है।
जो उनके दुखों को मिटा सके।
किसी भी चीज का उदाहरण देना बहुत सरल है
लेकिन किसी के लिए
खुद उदाहरण बनना बहुत ही मुश्किल है।
जब तक आप खुद दुखी नहीं होना चाहते है
तब तक कोई आपको दुखी नहीं कर सकता है।
ब्रह्माकुमारी सुविचार
सिर्फ सपने देखने से कुछ नहीं होता सफलता
हमेशा प्रयासों से ही हासिल होती है।
बदला लेकर नहीं खुद
बदलकर तो देखिए।
दूसरों की नजरों में अच्छा बनने से अच्छा है
कि आप खुद की नजरों में अच्छा बनें।
ब्रह्माकुमारी सुविचार
किसी को अपनी वाणी से कष्ट मत पहुचाहिये।
आप में भी गलतियां है। दूसरों के पास भी जुबान है,
तो सावधान रहिये।
हर सुनी-सुनाई बात पर यकीन न करिए।
एक कहानी के हमेशा तीन पहलू होते हैं।
आपका, उनका और सच।
दुखी करने वाले इन चार चीजो से दूर रहिये।
आलोचना करना, शिकायत करना,
निंदा करना और तुलना करना।
ब्रह्माकुमारी सुविचार
अगर किसी बच्चे को उपहार न दिया जाए
तो वो कुछ देर रोयेगा
मगर संस्कार ना दिए जाएं
तो वो जीवन भर रोयेगा।
जन्म और मृत्यु के बीच में एक छोटा सा अंतराल है।
इसलिए इस अंतराल में खुश रहिये और दूसरों को खुश करिए।
जीवन के हर पल का आनंद लीजिये।
हम सब के अन्दर एक मैजिक है जो हमारी उर्जा बदल देता है
और हमारे प्रति दूसरों की धारणा बदल देता है।
उसे ईमानदारी कहते है।
ब्रह्माकुमारी सुविचार
सभी यही कहते है गलती सफलता का पहला कदम है।
लेकिन मेरा मानना है कि गलती को सुधारना सफलता का पहला कदम है।
लोग आपको हर्ट करते है,
लेकिन भगवान आपको हील करेंगे।
ये दुनिया आपको जज करती हैं,
लेकिन भगवान आपको जस्टिफाई करेंगे।
ब्रह्माकुमारी सुविचार
कुछ समय रोज अपने साथ बिताइए,
खुद को समझने से औरों को समझना
बहुत आसान हो जायेगा।
सत्य की नाव हिलती है, डोलती है,
लेकिन कभी डूबती नहीं।
यह बात हर सुबह अपने को याद दिलाएं,
सारा दिन अच्छा बीतेगा।
ब्रह्माकुमारी सुविचार
हर एक की सोच, हर एक का नजरिया,
हर एक का निर्णय अलग-अलग होता है।
दर्द उनके शब्दों से नहीं,
अपने मन के शब्दों से होता है
कोई कुछ भी बोले या करें,
हम अपने से प्यार से बात करें।
शक्ति बढ़ाकर,
गलती सुधारने के लिए जितनी बड़ी गलती,
उतना ज्यादा प्यार।
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
कोई गलती करता हैं उस वक्त वह
अपने कमजोर संस्कारों के वश है।
उसे डांटना, मजाक उड़ाना या रूठना,
उसकी शक्ति को घटाता है।
हमारे साथ कोई गलत करता है,
हमें बुरा लगना, उनके लिए गलत सोचना,
उनके साथ गलत करना, सही लगता है।
हम जो सोचेंगे और करेंगे वह हमारा कर्म है।
हमारा कर्म उनका भाग्य नहीं बनाता,
हमारा कर्म हमारा भाग्य बनाता है।
उनके कर्म को देखकर नहीं,
उनके भाग्य को देखकर अपना कर्म चुनें।
हम रोज कई लोगों से मिलते हैं,
उनके साथ काफी समय निकालते है।
ध्यान रखते हैं कि व्यवहार और बोल सही हो,
ध्यान रखने से रिश्ता अच्छा होता है।
अपने आप के साथ हमेशा रहते हैं,
खुद से ध्यान से बात करते हैं?
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
हम औरों को दुःख देते नहीं हैं,
लेकिन उनके व्यवहार से उनसे दुःख ले लेते हैं
और फिर कई घंटे, दिन या साल,
अपने को दुःख देते रहते है।
किसी को दुःख देना नहीं और
किसी से दुःख लेना नहीं।
कोई झूठ बोले, धोखा दे,
गलत व्यवहार करे,
क्या हम उसके लिए
अच्छा सोच सकते हैं?
ब्रम्हाकुमारी शायरी
उनके व्यवहार का और हमारी
सोच का कोई मिलान नहीं,
वह अपने संस्कार के वश हैं।
हमारी सोच तो हमारी पसंद है।
वह हमारे साथ गलत कर रहे हैं,
हम तो अपने साथ सही कर लें।
अपनी अन्दर की दुनिया को स्वच्छ रखें,
अंदर की दुनिया से बाहर की दुनिया बनती है।
ब्रम्हाकुमारी शायरी
पुरानी बातें पकड़ कर रखने से
रिश्तों में गांठे पड़ जाती हैं।
हम उनके साथ बातों को सुलझाना चाहते हैं
लेकिन पुरानी बातें इतनी निकल आती हैं,
गांठे खुलने के बजाय और बढ़ जाती है
जब गांठे खोल ना सकें, उन्हें तोड़ दें।
पुरानी बातों को चित से मिटाकर,
प्यार से एक नई शुरुआतकरें।
ब्रम्हाकुमारी शायरी
परिवार को गुड मोर्निंग करने से पहले,
सोशल मीडिया पर
Goog Morning करने से पहले,
सबसे पहले परमात्मा को नमन करें।
सुबह किसी का चेहरा देखना मतलब
सुबह मन ने सब से पहले किसको याद किया।
रिश्तों को बाहर से सवारने की मेहनत नहीं,
अंदर से नींव मजबूत बनाने का ध्यान रखें।
ब्रम्हाकुमारी शायरी
अंदर पुरानी बातें और नाराजगी पकड़ी है
गलतफहमी का एक झोंका,
रिश्तों को बिखेरने के लिए काफी है।
मन में कोई उलझन हो…
निर्णय लेना मुश्किल लग रहा हो
रोज सुबह मौन में बैठे,
परमात्मा को अपनी उलझन बताएं,
जैसे औरों से राय मांगते हैं, परमात्मा से कहें-
”मुझे बताइए मेरे लिए क्या सही है”
‘’उन्होंने मेरा अपमान किया’’ कितनी बार मैंने ऐसा
महसूस किया और आज तक वह दर्द पकड़ा है। उन्होंने
अपने संस्कारों अनुसार व्यवहार किया और मैंने उसे
अपना अपमान समझ लिया। मुझे मान और महिमा की
जरूरत नहीं, कोई मेरा अपमान नहीं कर सकता।
ब्रम्हाकुमारी शायरी
लोग हमारे अनुसार होंगे, तो हम खुश होंगे.. हम उनके
अनुसार होंगे तो वह खुश होंगे.. एक दूसरे की अपेक्षाओं
को पूरा करना जब जीवन जीने का तरीका बन जाए तो
खुश रहना मुश्किल हो जाता है। वह अपने अनुसार होंगे
और हम अपने, एक दूसरे की भिन्नता को स्वीकार कर
लें तो खुश रहना सहज और स्वभाविक हो जायेगा।
सात्विक सोचना, बोलना और
सुनना रिश्तों को शुद्ध बनाता है।
दुःख उनके व्यवहार से नहीं,
अपनी सोच से है, सोच बदलिए,
दुःख खत्म हो जायेगा।
ब्रम्हाकुमारी शायरी
मन वही सोचे जो मुझे सुख दे,
मुख वही बोले जो दूसरों को सम्मान दें,
हाथ वही कर्म करें जो सृष्टि को सुंदर बनाए।
पुरानी बात को मन पर रखना, बात बीत गयी, घाव नहीं
भरा,, बात को सोचने से, बोलने से, सुनने से, दर्द बढ़ता है,
भूलना मुश्किल होता है.. बोलना और सुनना आज से बंद
करते हैं सोच को खत्म करने के लिए, रोज संकल्प -”कर्मों
का हिसाब किताब था, पूरा हुआ, उनके लिए सिर्फ प्यार और दुआएं।”
”सोच समझकर बोलो” हम पहले बोल देते हैं..
फिर समझते हैं गलती हो गयी..
फिर सोचते रहते हैं – क्यूं बोला?
”सोच समझकर सोचो” बोल कभी गलत नहीं निकलेगा।
ब्रम्हाकुमारी शायरी
हम सब के पास लोगों की दुआएं हैं,
अपने हर कर्म में लोगों को सुख दें,
दुआएं कमाएं दुआओं से जीवन के
सारे विघ्न समाप्त हो जायेंगे।
जो धन कमाते हैं, वह जरूरी नहीं दुआएं कमाते हैं।
लेकिन जो दुआएं कमाते हैं,
वह क्षमता से ज्यादा धन कमाएंगे।
धन आराम देता है, दुआएं ख़ुशी,
सेहत और प्यारे रिश्ते देती है।
अगर परमात्मा सबका भाग्य लिखते
तो दुनिया कैसी होती?
परमात्मा भाग्यविधाता है,
भाग्य लिखने का विधान सिखाते हैं।
परमात्मा हमें सही कर्म करने का
ज्ञान और शक्ति देते हैं।
हमारा कर्म हमारा भाग्य लिखता है।
ब्रम्हाकुमारी शायरी
हमारे मन के घाव और उनका
मरहम दूसरों के व्यवहार पर निर्भर है।
यह हमारा भ्रम है, सत्य यह है कि
It Depends ONLY and ONLY on ME.
समस्याएँ सामने आएँगी,
चुनौतियां भी हमारे सम्मुख होंगी,
परन्तु हम उन्हें देखकर निराश होंगे
या उनका सामना करेंगे,
यह चुनाव हम पर ही निर्भर करता हैं.
ब्रह्माकुमारी शिवानी
वर्तमान समय में अधिक्तर लोग
सिर्फ़ इसलिए दुःखी और असफ़ल हैं
क्योंकि वे अपने अकल का उपयोग
करने के बजाय दूसरों की नकल करते हैं.
ब्रम्हाकुमारी शायरी
हर समस्या के तीन समाधान है
स्वीकार करे, बदल दे या छोड़ दे अगर
स्वीकार नहीं कर सकते तो बदल दे और
अगर बदल नहीं सकते तो बेहतर है
उसे ईश्वर पर छोड़ दे.
तनाव एक ऐसी पीड़ा है,
जो हमें एहसास दिलाता है
कि कुछ तो है,
जिसे बदलना होगा.
ब्रह्माकुमारी शिवानी
घमंड या अहंकार में आप अपना सर ऊँचा न उठायें.
याद रखिए स्वर्ण पदक विजेता भी तभी पदक पाता है
जब वो अपना सिर झुकाता हैं.
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
सिस्टर शिवानी के प्रेरणादायक सुविचार
कोई भी हमारे मन की पीड़ा, भय,
क्रोध या दुःख के लिए उत्तरदायी नहीं हैं.
यह उनके व्यवहार के उत्तर में,
हमारी अपनी रचना है और हमारे पास
अन्य विकल्प भी है. हमारे पास
प्रसन्न बने रहने का विकल्प हैं.
परिस्थिति बदलना जब मुमकिन ना हो,
तो मन की स्थिति बदल लीजिये, सब कुछ
अपने आप ही बदल जाएगा।
केवल एक ही व्यक्ति
हमें बहुत अच्छी तरह
जानता है और वह हम स्वयं हैं.
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
हम सभी पर्वत के शिखर पर जीना चाहते हैं,
लेकिन सारी खुशियाँ तब घटित होती हैं
जब हम पहाड़ चढ़ रहे होते हैं.
यदि आप किसी व्यक्ति की खुशियाँ
लिखने वाले पेन्सिल नहीं बन सकते हैं
तो एक अच्छा सा इरेजर जरूर बनिए
ताकि उनका दुःख मिटा सके.
दूसरों की परेशानी में आनंद ना लें.
कहीं भगवान् आपको वह गिफ्ट ना कर दें,
क्योंकि भगवान आपको वही देता हैं
जिसमें आपको आनन्द मिलता हैं.
Brahma Kumaris Daily Thoughts In Hindi
जब ‘i‘ को ‘we‘ से बदल दिया जाता है
तो ‘illness‘ भी ‘wellness‘ में
बदल जाता है.
जीभ में कोई हड्डी नही होती है,
लेकिन यह एक टूटे हुए दिल के लिए
शक्ति का स्तम्भ हो सकती हैं.
इसका सावधानी से प्रयोग करें.
लोगो के प्रति हमारी प्रतिक्रिया,
उनके व्यवहार के आधार पर नहीं,
बल्कि हमारे व्यक्तित्व के आधार
पर होनी चाहिए.
Brahma Kumaris Daily Thoughts In Hindi
दो चीजें हमारा परिचय देती है,
हमारा धैर्य जब हमारे पास कुछ न हो,
और हमारा व्यवहार जब हमारे
पास सब कुछ हो.
रिश्तों पर सिस्टर शिवानी के अनमोल विचार
हजारों सम्बन्ध रखना कोई चमत्कार नहीं है.
चमत्कार ये है कि आप एक ऐसा सम्बन्ध रखें
जो तब भी आपके साथ खड़ा हो जब हजारों
आप के खिलाफ़ हो.
सम्बंधों की कुछ पांच सीढ़ियाँ है.
देखना, अच्छा लगना, चाहना, पाना
या चार बहुत सरल सीढ़ियाँ है,
सबसे कठिन पांचवी सीढ़ी है – “निभाना“.
Brahma Kumaris Daily Thoughts In Hindi
सबसे अच्छा रिश्ता वो है
जिसमें कल की लड़ाई
आज के संवाद को ना रोके.
हर सुनी-सुनाई बात पर यकीन मत करिए.
एक कहानी के हमेशा तीन पहलू होते हैं.
आपका, उनका और सच.
सम्बन्धो में कोई भी कभी गलत नहीं होता,
हर व्यक्ति अपने नजरिये से सही होता है.
हमें अपने नजरिये से साक्षी होकर,
दुसरे के नजरिये को समझना हैं, यहीं सहानुभूति है.
Brahma Kumaris Daily Thoughts In Hindi
हमें यह चुनाव स्वयं करना होगा कि
हम हर सम्बन्ध में क्या सोचना,
महसूस करना या बनना चाहते हैं.
हमने सदैव दूसरों को प्रसन्न करने की
चेष्टा की है क्योंकि हमें लगता है कि
जब वे प्रसन्न होंगे,
तो हमें भी प्रसन्नता मिलेगी.
आपकी मुस्कान आपके चेहरे पर
भगवान के हस्ताक्षर है,
इन्हें अपने आंसुओं से धुलने या
क्रोध से मिटने न दें.
प्रसन्नता हमारी आंतरिक रचना है
और इसे आप बाहरी सुख-सुविधा के
बिना भी पा सकते हैं.
Brahma Kumaris Daily Thoughts In Hindi
प्रसन्नता भौतिक वस्तुओं
पर निर्भर नहीं हैं.
खुशियाँ कोई बनावटी वस्तु नहीं है,
ये आपके कर्मो से आती हैं.
जिन्दगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करों,
खुद अच्छे बन जाओ, आपसे मिलकर शायद
किसी की तलाश पूरी हो जाए.
Brahma Kumaris Daily Thoughts In Hindi
एक बेहतरीन जीवन जीने के
लिए यह स्वीकार करना भी
जरूरी है कि सब कुछ सबको
नहीं मिल सकता।
अगर कुछ व्यक्ति प्रतिक्रिया दे रहे हैं,
तो उस समय हमें स्थिर रहना होगा,
आंतरिक स्थिरता एक ताकत है.
शन्ति कोई दुर्बलता नहीं एक बल हैं.
जिस व्यक्ति के पास प्रेम,
स्नेह व शुद्धता जैसे भाव होंगे,
उसका आभामंडल भी वैसा ही होगा.
Brahma Kumaris Daily Thoughts In Hindi
तनाव हमारे भौतिक व भावात्मक स्वास्थ को
हानि पंहुचाता है इसलिए किसी भी प्रकार का
तनाव हमारे लिए हानिकारक हो सकता हैं.
दो हाथों से हम
दस लोगों को नहीं हरा सकते,
परन्तु दो हाथ जोड़कर हम
करोड़ो लोगों का दिल जीत सकते हैं.
जो लोग सिर्फ़ आपको जरूरत के समय
याद करते है उनके लिए काम जरूर आना चाहिए,
क्योंकि अँधेरे के समय ही रौशनी खोजी जाती हैं
और वह रौशनी आप हो.
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
इतने खुश रहे कि
जब दुसरे आपको देखें
तो वो भी खुश हो जाएं.
बदला लेकर नहीं
खुद को बदल कर देखिये.
लोग कहते हैं कि गुस्सा आने पर
दस मिनट तक गिनती करने से
गुस्सा शांत होता है, ये सब हमारी
प्रतिक्रिया को टालने के बाहरी साधन हैं.
यद्यपि, यदि हम अपने विचारों का
ध्यान रखे तो हमारे भीतर गुस्सा करने
का विचार पैदा ही नहीं होगा.
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
मंदिर में आरती की तेज आवाज,
मस्जिदों में नमाज और गिरिजाघरों में
प्रार्थना लोगों द्वारा सुनी जाती हैं,
परमेश्वर द्वारा नहीं. ईश्वर केवल मौन
आवाज सुनता है जो हमारे हृदय के
अन्तर्भाग से निकलती हैं.
रात को सोते समय मन को सोचना या जानकारी की
जो आख़िरी परत दी जाती हैं, वह नींद के दौरान
हमारी सोच पर अपना असर डालती है. तो हमें
दिन का अंत करने से पूर्व भी, कुछ समय विशुद्ध व
प्रसन्नतादायक जानकारी व ज्ञान को सुनने या
पढ़ने में लगाना चाहिए.
हमारे हर विचार के बाद एक भावना का जन्म होता है,
अगर हम बेहतर महसूस नहीं कर रहे, तो हमें थमकर
देखना होगा – हम क्या सोच रहे थे.
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
आत्म-सजगता का अर्थ है कि
हमें अपनी सोच, अपने विचारों को देखने के
योग्य बनना है, ताकि यह देख सकें कि
हम क्या सोच रहे हैं और सजग रह सकें
कि हम ही इन विचारों को रच रहें हैं.
सिस्टर शिवानी के सुविचार
यदि हम अपनी उपलब्धियों के लिए
मेहनत करते हुए, शन्ति, प्रेम व प्रसन्नता
जैसे मूल्यों से समझौता न करें,
तो हम हमेशा संतुष्ट रहेंगे.
हम जितनी बार अतीत के बारें में बात करते है,
हम उसे वर्तमान में बदल रहे हैं क्योंकि
हम उन्हीं भावों को एक बार नये
सिरे से जन्म दे रहे हैं.
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
हम सात विशेषताओं के मूर्तिमान रूप हैं –
पवित्रता, शान्ति, प्रेम, आनंद, ज्ञान, शक्ति व सत्य.
हमारे विचार, हमारे पिछले अनुभवों,
हमारे द्वारा ग्रहण की गई जानकारी
तथा सबसे अहम रूप से, हमारे विश्वास
तंत्रों के माध्यम से रचे जाते हैं.
जब हम भीतर से दुर्बल होते है
तो हर चीज का अपना प्रभाव होगा,
यहाँ तक कि छोटा सा शब्द भी हमें
बेचैन कर जाएगा क्योंकि हम अंदर से कमजोर हैं.
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
अगर आप अपना विजन ऊँचा रखों,
आपका सिर अपने आप ऊँचा उठा रहेगा.
जो लोग हमारा भविष्य बताते है,
वे केवल हमें संभावना के बारे में
बता रहे है. यह केवल एक संभावना है,
वास्तविकता नहीं।
यदि हम सहज व प्राकृतिक भाव से शुद्ध,
शक्तिशाली व सकारात्मक विचार
उत्पन्न करना चाहते हैं,
तो हमें एक नई जीवनशैली अपनानी होगी.
हमें विशुद्ध व सकारात्मक सूचना को पढ़ने व
सुनने के साथ अपने दिन का आरम्भ करना चाहिए.
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
हमें “इन-डिपेंडेंट” बनना होगा।
केवल उस पर ही डिपेंडेंट यानी निर्भर हो ,
जो भीतर है ; क्योंकि बाहरी वस्तुओं में तो
परिवर्तन आता रहता है और उसक पास
बदलने के लिए कारण भी होता है.
जब तक आप स्वयं भावात्मक रूप से
मजबूत नहीं होंगे, तब तक आप अपने
बच्चे को भी भावात्मक रूप से मजबूत
नहीं बना सकते।
लक्ष्य, दबाव, डेडलाइन और परीक्षा आदि
तो स्वाभाविक है तनाव हमारा अपना चुनाव है.
Brahma Kumari Suvichar In Hindi
सुबह के पहले कुछ घंटों के दौरान,
मन के पास ग्रहण करने की क्षमता बहुत
अधिक होती है. हमें उस समय, अपने द्वारा
ग्रहण की जा रही सूचना गुणवत्ता पर ध्यान
देना चाहिए। यदि हम स्वयं को नकारात्मक
विचारों के प्रभाव से बचाना चाहते है, तो हमें
सुबह के समय समाचारों से दूर रहना चाहिए।
क्योंकि सुबह-सुबह हमारे मन को विचलित
करने वाली जानकारी दे सकते है.
हम कोई “ह्यूमन डूइंग्स” नहीं है,
जो शांति पाने के लिए काम कर रहे है,
हम “ह्यूमन बीइंग्स” है जो पूरी तरह से
शांत है और काम कर रहे है.
क्रोध कोई बल नहीं।
इस बात का लक्षण है कि
हमने स्वयं पर नियंत्रण खो दिया है.
यहाँ तक कि दिल को ठेस लगना व
द्वेष भी क्रोध के शांत रूप है,
जो सर्जक को हानि पहुँचाते है.
Brahma Kumari Suvichar In Hindi 2022
हमें दूसरों के बदलते व्यवहार के साथ
अपने आपको बदलना नहीं चाहिए।
जो कुछ भी पुराना और साधारण है,
अब उससे बीड़ा लेते हुए, अपने भीतर
की सुंदरता को जगाने का समय आ गया है.
वह समय अभी है. समय आ गया है कि
हम लोग जागें और एक नई सोच, एक नए
नजरियें से जीवन की जिम्मेदारी लें.
भगवान् ऑक्सीजन की तरह है,
जिन्हें आप देख नहीं सकते लेकिन
उनके बिना आप जीवित भी नहीं
रह सकते।
जहाँ सम्मान न हो
वो प्रेम व्यर्थ है,
जहाँ संवाद न हो
वह सम्बन्ध व्यर्थ है,
और जहाँ विश्वास न हो
वहाँ आगे बढ़ना व्यर्थ है.